एक चिड़िया का बच्चा जब अपने घोंसले से पहली बार बाहर निकलता है
तो उसके पंखों में जान नहीं होती। वो उड़ने की कोशिश करता है लेकिन जरा सा उड़कर गिर
जाता है। वह फिर से दम भरता है और फिर से उड़ने की कोशिश करता है लेकिन फिर गिरता
है।
वो उड़ता है और गिरता है। यही क्रम निरंतर चलता जाता है। एक बार
नहीं, दो बार नहीं बल्कि हजारों बार वो
गिरता है लेकिन वो उड़ना नहीं छोड़ता और एक समय ऐसा भी आता है जब वो खुले आकाश में
आनंद से उड़ता है।
मेरे दोस्त जिंदगी में अगर उड़ना है तो गिरना सीख लो क्योंकि आप गिरोगे, एक बार नहीं बल्कि कई बार। आपको गिरकर फिर उठना है और फिर उड़ना
है।
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